आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई तरह के रोग हो रहे हैं। इनमें से एक आम सा रोग हो गया है भूलना... लोगों को भूलने की आदत या कहें बीमारी होने लगी है...पहले लोगों को इस समस्या का सामना उम्र बढ़ने के बाद करना पड़ता था लेकिन आजकल कम उम्र में भी यह समस्या हो रही है, अहम यह है कि लोग पहले छोटी-छोटी चीजें भूलने लगते हैं उन पर ध्यान नहीं देते और बाद में यह बढ़कर गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती है। इसलिए इस पर समय पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, आज हम बात करेंगे यादाश्त से जुड़ी बीमारी के एक प्रकार... Amnesia की।
Amnesia क्या है? What is amnesia→
भूलने की बीमारी जिसे चिकित्सा भाषा में अम्नेसिया कहा जाता है, बढ़ती उम्र के साथ थोड़ी बहुत भूलने की बीमारी आम हैं लेकिन कम उम्र में भी चीजें याद रखने में समस्या हो तो यह Amnesia भूलने की बीमारी हो सकती है।
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| भूलने की बीमारी के प्रकार |
भूलने की बीमारी के प्रकार/लक्षण⏩
1॰एंटरग्रेड अम्नेसिया ➽ व्यक्ति नई जानकारी याद नहीं रख पाता है, यह रोग आमतौर पर मस्तिष्क आघात की वजह से होता है।
2॰रेट्रोग्रेड अम्नेसिया ➽ मस्तिष्क में अज्ञात के बाद की घटनाएं याद रहती है।
3॰ट्रांसिएट ग्लोबल अम्नेसिया ➽ इसमें टेंपरेरी मेमोरी लॉस की शिकायत होती है, कुछ मामलों में पुरानी बातों को फिर से याद करने में कठिनाई हो सकती है।
4॰ट्रांमेटिक अम्नेसिया ➽ सिर पर किसी प्रकार का कोई जोरदार झटका या चोट लगने पर ट्रांमेटिक अम्नेसिया होता है।
5॰चाइल्डहुड अम्नेसिया ➽ इस बीमारी में व्यक्ति बचपन से ही घटनाओं को याद नहीं रख पाता, यह समस्या ठीक तरीके से भाषा नहीं सीख पाने की वजह से भी हो सकती है।
6॰पोस्टहिप्नोटिक अम्नेसिया ➽ पोस्टहिप्नोटिक भूलने की बीमारी में व्यक्ति सम्मोहन के दौरान भी घटनाओं को याद नहीं कर पाता है।
7॰सोर्स अम्नेसिया ➽ सोर्स अम्नेसिया में व्यक्ति कुछ सूचनाओं को तो याद रख सकता है लेकिन यह भूल जाता है कि यह जानकारी कैसे या कहां से मिली है।
8॰प्रोसोपामनेसिया ➽ इस प्रकार की भूलने की बीमारी में व्यक्ति किसी के चेहरे को याद नहीं रख पाता है, यह रोग किसी व्यक्ति में जन्म के समय से या बाद में भी हो सकता है।
अभी यह जानना जरूरी है कि इस बीमारी के पनपने के पीछे क्या कारण है... भूलने की बीमारी के कारण→
1॰तनाव यानी डिप्रेशन अम्नेसिया का एक बहुत बड़ा कारण है।
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2॰डिप्रेशन से जुड़े हार्मोन न्यूरॉन्स ब्रेन कोशिकाओं के काम को धीमा करके भूलने का खतरा बढ़ाते हैं।
3॰एक दिन में शरीर के लिए पर्याप्त नींद नहीं ले पाना, अत्यधिक काम के दबाव और लाइफस्टाइल के कारण लोग पूरी नींद नहीं कर पाते हैं। नींद पूरी न होने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है ऐसे में लोग धीरे-धीरे चीजें भूलने लगते हैं।
4॰धूम्रपान और शराब➔ शराब और सिगरेट शरीर के लिए बेहद हानिकारक है इसके इस्तेमाल से जहां शरीर के कई अंग खराब होते हैं वही यह भूलने की बीमारी का एक कारण भी है। विशेषज्ञों के अनुसार धूम्रपान की वजह से दिमाग की रक्त धमनियां संकरी हो जाती है और मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।
5॰विटामिन B12 की कमी➔ शरीर को स्वस्थ रखने और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए विटामिन B12 की आवश्यकता होती है, शरीर में विटामिन की कमी होने से भूलना, चिड़चिड़ाहट और तनाव जैसी समस्याएं उत्पन्न होती है।
6॰ज्यादा दवाइयों का सेवन➔ छोटी समस्याओं के लिए भी आजकल लोग दवाइयां लेने लगते हैं ज्यादा दवाइयों का सेवन करना भूलने की बीमारी का भी एक मुख्य कारण है।
7॰हाइपोथायरायडिस्म का ना बनना➔ हाइपोथायरायडिस्म के कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पाता। यह हार्मोन दिमाग और सोच को नियंत्रण में रखता इस हार्मोन के न बनने से लोग भूलने की बीमारी का शिकार होने लगते है। इसके अलावा ब्रेन ट्यूमर भी भूलने की बीमारी के पीछे बहुत बड़ा खतरा है।
भूलने की बीमारी के मनोवैज्ञानिक कारण→
1 हिंसक अपराध से पीड़ित।
2 यौन या अन्य दुर्व्यवहार से पीड़ित।
3 किसी प्राकृतिक आपदा का असर।
4 एक साथ कई कामों में उलझे रहना।
5 गंभीर मनोवैज्ञानिक तनाव।
6 किसी भावनात्मक सदमे से ग्रसित होना।
जाहिर है कि इन कारणों को समझकर समय पर ध्यान दिया जाए तो अम्नेसिया से काफी हद तक बचा जा सकता है।
भूलने की बीमारी से बचाव के उपाय(Prevention of Amnesia)➠
1 दिनचर्या में योग और ध्यान को शामिल करें।
2 धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से बचें।
3 एक समय पर एक ही काम पर ध्यान लगाएं।
4 विटामिन B12 को भोजन में शामिल करें।
5 पोष्टिक और संतुलित भोजन करें।
6 बादाम, अखरोट,अंडे और omega-3 का सेवन करें।
7 सूरजमुखी के बीज़, तिल और डार्क चॉकलेट खाएं।
8 लौकी, तरोई, पालक, चुकंदर का सेवन करें।
9 दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहने।
अगर भूलने की समस्या लगातार हो रही हो तो फौरन डॉक्टर से परामर्श लें।
उम्मीद है इस आर्टिकल में बताई गई बातों का आप सभी ख्याल रखेंगे और अपनी जीवनशैली को स्वस्थ बनाकर तंदुरुस्त तन के साथ मन और दिमाग को भी तंदुरुस्त रखेंगे। आप हमें अपनी राय कमेंट बॉक्स या jigyasuhindi@Gmail.com पर मेल कर सकते हैं।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस, RSTV
