भारतीय संविधान के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें।

संविधान नागरिकों को मजबूत बनाता है, संविधान आजाद भारत का आधुनिक और भारतीयों के लिए प्रेरणादायक दस्तावेज है हम सब जानते हैं कि संविधान किसी भी देश की शासन प्रणाली और राज्य को चलाने के लिए बनाया गया एक जरूरी दस्तावेज होता है। इस आलेख में आप अपने Constitution के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातों से रूबरू होंगे। 


10 Important things about Indian Constitution 


1.भारतीय संविधान की खासियत की वजह से ही आगे चलकर देश में केंद्र एवं राज्य के साथ स्थानीय स्वशासन का रास्ता साफ हुआ, आखिर हमारा संविधान दुनिया में अनोखा जो है करीब 60 देशों के संविधान का अध्ययन कर इसे तैयार किया गया है इसमें कई देशों के समाहित तत्वों को शामिल किया गया है, इसके बावजूद इसकी एक अलग खासियत है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के शब्दों में ''भारत के संविधान का निर्माण विश्व के विभिन्न संविधान को छानने के बाद किया  गया है''। 


2.1934 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने संविधान सभा के गठन की मांग को पहली बार अपने अधिकृत नीति में शामिल किया केवल भारतीयों को लेकर बनने वाली एक स्वतंत्र संविधान सभा की यह मांग दूसरे विश्व युद्ध के दौरान और तेज हो गई और अंतत दिसंबर 1946 में संविधान सभा का गठन किया गया और संविधान निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई। 


3. भारत में दोहरी विधायिका है दोहोरी कार्यपालिका लेकिन न्यायपालिका एकल है चूंकि भारत में संसदीय शासन व्यवस्था है इसलिए यहां शक्ति का स्पष्ट प्रथक्करण नहीं है क्योंकि कार्यपालिका विधायिका का अंग है। 


4. दुनिया का सबसे लंबा लिखित माना माने जाने वाला संविधान जिसमें करीब 22 भाग 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां है , मई 1949 में राष्ट्रमंडल में भारत की सदस्यता का सत्यापन किया, 22 जुलाई 1947 को भारत के राष्ट्र ध्वज को अपनाया गया। 2 जनवरी 1950 को संविधान सभा के सदस्यों ने अंतिम रूप से  हस्ताक्षर किए। 


5. भारत का संविधान सबसे लंबा लिखित संविधान है सबसे लंबा इसलिए क्योंकि यह एकल संविधान है यानी राज्य और केंद्र के लिए एक ही संविधान केंद्र के लिए भाग 5 और राज्य के लिए भाग 6,  वहीं अमेरिका में राज्य और केंद्र के लिए अलग-अलग संविधान है इसके अलावा भारतीय संविधान में सर्वसमावेशन का प्रयास किया गया है ताकि कोई भी चीज छूटे नहीं।  इसमें सामाजिक आर्थिक राजनीतिक प्राकृतिक समस्त पहलुओं को सम्मिलित किया गया है हम नहीं चाहते थे कि बाद में किसी चीज को लेकर समस्या खड़ी हो वर्तमान में लगभग 470 अनुच्छेद हैं

10 Important things about Indian Constitution
भारतीय संविधान के बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें। 


6. हमारा संविधान ना ज्यादा कठोर है और ना ही ज्यादा लचीला मतलब संसद कभी भी Constitution amendments करना चाहे तो वह कर सकती है। हमने जो परिवर्तन की व्यवस्था रखी वह ना तो अमेरिका की तरह कठिन रखी और ना ही ब्रिटेन की तरह आसान। 


7. विश्व में दो प्रकार की व्यवस्थाएं हैं एकल और दूसरी संघीय व्यवस्था इसमें हमने USA की तरह संघ व्यवस्था को अपनाया न कि ब्रिटेन की तरह एकल, हमारी संघीय व्यवस्था अमेरिका की संघीय व्यवस्था से अलग है यानी एकात्मकता के झुकाव के साथ संघीय व्यवस्था। हमारे यहां दोहरी सरकार है, संघीय  सर्वोच्चता है, लिखित संविधान है, शक्तियों का विभाजन है वहीं अमेरिका में दोहरी नागरिकता का प्रावधान है।


8. मौलिक अधिकारों वाला खंड भारतीय संविधान की अंतरात्मा कहलाता है। औपनिवेशिक शासन ने राष्ट्रवादियों के दिमाग में राज्य के प्रति संदेह का भाव पैदा कर दिया था इसलिए राष्ट्रवादी चाहते थे कि स्वतंत्र भारत में कुछ ऐसे fundamental rights होने चाहिए जो भारत के नागरिकों को सुरक्षा कवच की भांति कार्य करें लिहाजा मौलिक अधिकार देश के सभी नागरिकों को राज्य की सत्ता की मनमानी और निरंकुश इस्तेमाल से बचाते हैं इस तरह संविधान राज्य और अन्य व्यक्तियों केसमक्षनागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है। 


9. DPSP यानी directive principle of State Policy जो हमारे संविधान के शासन में जान डालने का काम करते हैं। संविधान सभा के सदस्यों ने यह खंड इसलिए जोड़ा था ताकि और ज्यादा सामाजिक व आर्थिक सुधार लाया जा सके वे चाहते थे कि राज्य कानून और नीतियां बनाते हुए सिद्धांतों को मार्गदर्शक के रुप में हमेशा अपने साथ रखें।


10. संघवाद शक्तियों का बंटवारा, मौलिक अधिकार, DPSP इनके अलावा अगर किसी महत्वपूर्ण विषय को रेखांकित करें तो वह धर्मनिरपेक्षता होगी। भारत एक सकारात्मक धर्मनिरपेक्षता वाला देश है यानी यहां पर राज्य राज्य का अपना कोई धर्म नहीं है। मतलब राज्य धर्म से दूरी ना रखकर उन्हें उचित संरक्षण प्रदान करता है वही France में पिछले कुछ वर्षों से नकारात्मक धर्मनिरपेक्ष  क स्वरूप देखने को मिला वहां धर्म को राज्य से बिल्कुल अलग समझा जाता है हम धर्मनिरपेक्ष राज्य इसलिए हैं क्योंकि हमारा कोई राष्ट्रीय धर्म नहीं हैं।


ऊपर हमने 10 आयामों का जिक्र किया है, वह कई बार काफी जटिल दिखाई नहीं देते हैं और उन्हें समझने में मुश्किल भी होती है लेकिन अभी आप इस बारे में फिक्र ना करें। किसी आधारभूत पुस्तक को उठाएं और अपने संविधान को समझें। हमें हमारी देश की आधारभूत पुस्तक को पढ़ना होगा तभी हम अपने देश को अपने अनुसार चला पाएंगे। यह सुनिश्चित करना होगा कि kyc यानी know your constitution हमारे संविधानिक सुरक्षा कवच को भी मजबूत कर सकता है और कैसे संविधान की समझ को हर नागरिक के लिए बेहतर बनाया जा सकता है।


Must Read -  महात्मा गांधी कैसा रामराज्य चाहते थे?


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!