Day 9 Wednesday
1. व्यक्तित्व मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं ? 20W
उत्तर :
किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व की समझ के लिए सौद्देश्य औपचारिक प्रयास को व्यक्तित्व मूल्यांकन कहा जाता है।
मूल्यांकन का लक्ष्य लोगों के व्यवहारों को न्यूनतम त्रुटि और अधिकतम परिशुद्धता के साथ समझाना और उनकी भविष्यवाणी करना होता है।
जैसे : आत्म प्रतिवेदन माप
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| Day 9 |
2 व्यक्तित्व निर्धारक के कारकों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए। 50W
उत्तर
जैविक कारकः
वे कारक जो आनुवांशिक होते है तथा जन्म से पहले से ही व्यक्ति में मौजूद होते है और व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करती है।
1. शारीरीक संरचनाः व्यक्तित्व का बाहरी स्वरूप व्यक्तित्व विकास पर प्रभाव डालता है।
2. रासायनिक ग्रंथियों के आधार परः पीयूष ग्रंथि, एड्रीनल ग्रंथि, यौन ग्रंथियाँ आदि व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करते है। तंत्रिका तंत्र व्यक्ति की बुद्धि और प्रतिभा को प्रभावित करता है। हार्मोन व्यक्तित्व के विकास को प्रभावित करते है।
पर्यावरणीय कारकः-
भौतिक वातावरण भी व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करता है।
जैसे- पहाड़ी तथा रेगिस्तानी लोग अन्य की तुलना में साहसी, संघर्षी, कठोर तथा शक्तिशाली होते है।
इस प्रकार जलवायु, स्थलाकृतिक बहुत हद तक लोगो के शारीरीक और मानसिक लक्षणों को निर्धारित करती है।
1. सामाजिक कारकों ; माता-पिता का व्यवहार, परिवार के सदस्यों का व्यवहार, विद्यालय परिवेश का प्रभाव, सामाजिकरण आदि तत्व भी व्यक्त्तित्व को प्रभावित करते है
2. सांस्कृतिक कारकः-
प्रत्येक संस्कृति के विशेष गुण होते है तथा यह व्यक्तित्व विकास में प्रभावित करते है।
उदाहरण- पश्चिमी, गैर पश्चिमी सामाजिक, सांवेगिक स्थिर
3. आर्थिक कारकः-
व्यक्तित्व के शीलगुणों के निर्माण में परिवार की आर्थिक स्थिति का भी प्रभाव पड़ता है। आर्थिक स्थिति अच्छी न होने पर व्यक्तित्व पर बुरा प्रभाव पड़ता है। पर यह सार्वभौमिक नहीं है।
3 समय प्रबंधन की किन्ही 6 तकनीकों के नाम लिखिए। 20W
उत्तर
समय प्रबंधन की तकनीके
1. टाइम मेनेजमेन्ट मेट्रिक्स/ABCD तकनीक/आइजनहावर मैट्रिक्स/प्राथमिकता देना
2. पारेतो विश्लेषण (80/20 नियम)
3. P.J.T. (Pickle - Jar - Theory)
4. पोमोडोर तकनीक
5. कार्य सूची बनाना
6. संगठित और स्वः प्रबंधन
7. प्रभावी प्रतिनिधि मण्डल
4 समय प्रबंधन की P.J.T(Pickle - Kar - Theory) पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए। 50W
उत्तर
P.J.T. (Pickle - Jar - Theory):
इस सिद्धान्त को 24 घण्टे (एक दिन) के दौरान की प्राथमिकताओं को निर्धारित करने में मदद करने हेतु डिजाइन किया है।
इसके अन्तर्गत अचार के डिब्बे को 24 घण्टों की संज्ञा दी है जिसमें तीन घटकों रेत, कंकड व चट्टाने अलग-अलग कार्यों का प्रतिनिधित्व करते है -
🗯️रेत : ये उन कार्यों का प्रतिनिधित्व करते है जो किसी भी कार्य दिवस में हो सकते है। उदाहरण- सोशल मीड़िया, ई-मेल, फॉन कॉल इत्यादि।
🗯️कंकड : ये उन कार्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनसे हर दिन निपटना पड़ता है तथा आवश्यक भी होते हैं।
🗯️चट्टाने : ये उन कार्यों को बताते है, जो बड़े है तथा निर्धारित समय में पूरा करना आवश्यक होता हैं तथा पूरा नहीं करने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
5 हाल ही में चर्चाओं में रही CERT(central emergency response team) क्या हैं ?
20W
उत्तर
IT Act की Section 70B ; Central Emergency Response Team (CERT) का उल्लेख करता है जो कि इस संबंध में सरकार की नोडल एजेंसी है।
इसके कार्य है-
🗯️बड़े सुरक्षा खतरों के समय हरकत में आकार समन्वय करना।
🗯️तंत्र में उपस्थित तथा संभावित खतरों को पहचान कर दूर करना।
6 सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 का परिचय दीजिए। 50W
उत्तर
भारत में इन्टरनेट क्रान्ति बहुत देर से प्रारम्भ हुई। इसलिए भारत में साइबर अपराध भी बहुत पहले से नहीं थे।
भारत में 2000 में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम पारित किया गया। जिसके द्वारा पहली बार साइबर अपराधों को पारिभाषित किया गया और सजाओं का प्रावधान किया गया।
2008 में इस कानून में महत्वपूर्ण संशोधन किए गए।
IT Act के उद्देश्य
🗯️इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों को कानूनी मान्यता देना।
🗯️डिजिटल हस्ताक्षर को कानूनी मान्यता देना।
🗯️इलेक्ट्रॉनिक लेन-देनों को मान्यता देना।
🗯️इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों को सबूत के रूप में मान्यता देना।
🗯️सूचना प्रौद्योगिकी संबंधित मुद्दों के लिए नियम बनाना
🗯️साइबर अपराधों को परिभाषित करना और सजा की व्यवस्था करना।
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