Day 22. Thursday
1. आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में शामिल क्रियाओं और हितधारकों के नाम लिखिए। 20W
उत्तर
(1) Company & Suppliers
(2) Customers
(3) Raw Material
(4) Manufacturer
(5) Distributer
(6) Retailer & Wholesaler
(7) Logistics
(8) Warehousing
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| Day 22 |
2 आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन की समस्याएं / चुनौतियां पर टिप्पणी कीजिए। 50W
उत्तर
आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन की समस्याएं/चुनौतियां:-
1. आपूर्ति श्रृंखला में जोखिम, दबाव की स्थिति बनाये रखता है।
2. उचित समय पर उपयुक्त एवं गुणवतापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करवाना बड़ी चुनौती है।
3. आपूर्तिकर्ता के साथ हमेशा अच्छे संबंध बनाये रखना भी बड़ी चुनौती है।
4. कुशल मानवीय संसाधनों को प्राप्त करना भी एक चुनौती है।
5. SCM में Efficiency, Speed व Quality मैनेज करना बड़ी चुनौती है।
3. पशुओं में अभिप्रेरकों के मापन की विधियों के नाम लिखिए। 20W
उत्तर
1 क्रिया चक्र विधि (Activity Wheel Method)
2 अवरोध विधि (Obstruction Method)
3. पसंद विधि (Preference Method)
4. सीखना विधि (Learning Method)
4 पशुओं में अभिप्रेरकों के संदर्भ में क्रिया चक्र विधि को समझाइए। 50W
उत्तर
क्रिया चक्र विधि :-
इस विधि में पशुओं को अभिप्रेरणा संबंधी आवश्यकता (भूख, प्यास इत्यादि) से वंचित रखकर क्रियाशीलता उत्पन्न की जाती है तथा उसके आधार पर अभिप्रेरणा का मापन करते हैं।
इसमें पशुओं का प्रणोद मापने के लिए चक्र के समान पिंजरा (Cage) लिया जाता है तथा उसके बाहर मीटर लगाया जाता है। भूखे, प्यासे पशु (चूहा) को पिंजरे में बंद कर दिया जाता है। स्वभावतः उसमें क्रियाशीलता होती है तथा वह पिंजरे में उछलकूद करने लगता है फलस्वरूप घूर्णन गति होती है। घूर्णनगति की बारम्बारता (Frequency) को प्रयोगकर्ता बाहर लगे मीटर से माप लेते है तथा उस पशु की आवश्यकता के स्तर को माप लेते हैं।
दोष :
इसमें केवल चूहे व खरगोश जैसे छोटे पशुओं की आवश्यकता (प्रणोद) मापी जा सकती है बड़े पशुओं की नहीं।
केवल भूख व प्यास की आवश्यकता का मापन अन्य आवश्यकता जैसे काम (Sex) का मापन नहीं
5. राजस्थान भू-राजस्व अधिनयम-1956 का परिचय दीजिए। 20W
उत्तर
भूमि संबंधी मामलों, कानून, राजस्व, न्यायालयों, राजस्व अधिकारियों और ग्राम सेवकों की नियुक्ति, उनकी शक्तियाँ और कर्त्तव्य संबंधी अभिलेखों और नक्शों की तैयारी तथा सार संभाल, राजस्व लगान की वसूली और उनसे संबंधित प्रासंगिक मामलों में विधि कानून को समेकित तथा संशोधित करने के लिए यह अधिनियम लाया गया है। इसमें 11 अध्याय एवं 2 अधिसूचनाएँ है।
6. राजस्थान भू-राजस्व अधिनयम-1956 के संदर्भ में राजस्व मंडल की शक्तियों का उल्लेख कीजिए। 50W
उत्तर
1 यह मण्डल राज्य में अपील, पुनर्निरीक्षण और निर्देशन का उच्चतम राजस्व न्यायालय माना गया है। (धारा 8)
2 इस अधिनियम के अन्य प्रावधानों के अधीन समस्त राजस्व न्यायालयों तथा समस्त राजस्व अधिकारियों पर पूर्ण अधीक्षण तथा नियंत्रण मण्डल में निहित होगा और ऐसे समस्त न्यायालय तथा अधिकारी मण्डल के अधीनस्थ होंगे। (धारा 9)
3 बैंच की निर्देश करने की शक्ति (धारा 11)
4 किसी प्रश्न को उच्च न्यायालय को निर्देश करने की शक्ति (धारा 12) यदि किसी मुकदमें में पीठ को ये प्रतीत हो कि कोई प्रश्न सार्वजनिक महत्व का है और उस पर उच्च न्यायालय का अभिमत प्राप्त करना हितकर है तो बैंच उस प्रश्न को उच्च न्यायालय को निर्देशित कर सकती है।
5 मतभेद की दशा में विनिश्चय करने की शक्ति (धारा 13) मण्डल ऐसे रजिस्टर, बहियों और हिसाब (लेखे) रखवायेगा और संधारित करवायेगा जैसा कि उसके कार्य सम्पादन के लिए निर्धारित किये जायें या आवश्यक हों। (धारा 14)
6 मण्डल का अध्यक्ष मण्डल के कार्यों का वितरण कर सकता है।
7 मण्डल से संबंधित नियम बनाने की शक्तियाँ।
राज्य सरकार द्वारा सौंपी गई अन्य शक्त्तियाँ
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