Day 31, Wednesday
1. पूँजी सरंचना से आप क्या समझते है ? 20 शब्द
उत्तर
यह वह अनुपात है जो विभिन्न लम्बी अवधि के पूंजी स्रोतों जैसे अंश पूंजी, श्रेष्ठ अंश पूंजी और ऋणों के बीच होती है। पूँजी संरचना में यह निर्धारित किया जाता है कि आवश्यक पूँजी का कितना भाग ऋण पूँजी के रूप में प्राप्त किया जाये और कितना भाग स्वामित्व पूँजी के रूप में। एक व्यावसायिक संस्था को इन दोनों में इस प्रकार संतुलन बनाये रखना होता है कि लागत और जोखिम न्यूनतम हो और स्वामियों का धन अधिकतम हो।
संक्षेप में – किसी व्यावसायिक इकाई के कुल पूंजीकरण में अंश पूंजी (समता व पूर्वाधिकार), ऋणपूंजी, अधिमान पूंजी एवं दीर्घकालीन कोष आदि के अनुपात व साधनों का निर्धारण करना ही, पूंजी संरचना कहलाता है।
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| Day 31 |
2. एक आदर्श पूँजी सरंचना की विशेषताएं लिखिए। 50W
उत्तर
अंशधारियों के नजरियें से वह पूंजी ढांचा जो अंशों के बाजार मूल्य को अधिकतम करे वह श्रेष्ठ होगा। कम्पनी के विचार में वह पूंजी ढांचा जो कम से कम कीमत और खतरे में उपयुक्त फण्ड दिला दे वह श्रेष्ठ होगा।
(i) लाभवन्यता (Profitability)
(ii) तरलता (Solvency)
(v) ऋण को सहने की क्षमता
(iii) लचीलापन (Flexibility)
(iv) नियंत्रण (Control)
(vi) अनचाहे प्रतिबन्धों को नजरअंदाज करना
3. भारतीय महिलाओं पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर टिप्पणी कीजिए। 20W/50W
उत्तर की रूपरेखा :
A वैश्वीकरण का संक्षिप्त परिचय दीजिए
B नकारात्मक प्रभावों के साथ पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव बताईए
C अंत में दो पंक्तियों में निष्कर्ष लिखिए
4. वैश्वीकरण का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। 50W
उत्तर
+ सकारात्मक बदलाव
आर्थिक प्रभाव ; FDI, investment, Technology
राजनीतिक प्रभाव ; ज्ञान, विचारों का आदान-प्रदान
सामाजिक - सांस्कृतिक प्रभाव कपडे, संगीत, फिल्म, भाषा
जीवन आसान हुआ (सुविधाएँ ]
• नकारात्मक प्रभाव
विकसित v/s विकासशील; अमीर v/s गरीब
लघु कुटीर उद्योग कमजोर
पर्यावरण प्रदूषण (Global warming)
प्रतिभा का पलायन
भौतिकतावाद (Materialism) पर अधिक जोर
Note
6 छोटे विषयों में उपयुक्त अनुसार अधिक से अधिक मुख्य key Words का प्रयोग करें, अपनी भाषा में लिखने के बजाय अर्ध विराम चिन्ह लगाते हुए अधिक से अधिक key words का प्रयोग करें।
5. सामाजिक लेखांकन से आप क्या समझते हैं ? 20 शब्द
उत्तर
व्यवसाय अपने आर्थिक उद्देश्यों की पूर्ति के दौरान विभिन्न प्रकार से समाज को अति पहुँचाता है, जिसे व्यवसाय की सामाजिक लागत" है। प्राकृतिक संसाधनों का दोहन, पर्यावरण प्रदूषण आदि
अतः बदले में व्यवसाय को समाज कल्याण के कार्य करने चाहिए, जिसे " व्यवसाय का सामाजिक दायित्व" कहते हैं। व्यवसाय की सामाजिक लागत और व्यवसाय द्वारा किए गये कल्याण का कार्यों को लेखांकन सामाजिक लेखांकन कहलाता है।
6. भारत में सामाजिक लेखांकन के कोई दो प्रयास बताइए। 50 W
उत्तर
भारत में सामाजिक लेखांकन के प्रयास
① सच्चर समिति
सरकार के द्वारा आर्थिक सामाजिक कल्याण की गतिविधियों का लेखा-जोखा करना ही "सामाजिक लेखांकन है। (राष्ट्रीय लेखांकन)
② कम्पनी अधि- 2013
C.S.R. (कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व)
व्यावसायिक उपक्रमों के लिए अनिगर्भ किया गया। -Comp. Act के अनुसार कंपनी के द्वारा स्वयं की गतिविधियों से समाज पर पड़ने वाले प्रभावों एवं सामाजिक लागतों का अध्ययन ही सामाजिक लेखांकन कहलाता है।
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